Jack and the Beanstalk Story in Hindi
Jack and the Beanstalk Story in Hindi | Podcast
ये बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में में जैक नाम का बच्चा अपनी माँ के साथ रहता था. वो बहुत गरीब थे और उनके दिन बहुत मुश्किल में कट रहे थे. उनके पास एक पुरानी गाये थी जिसका दूध बेचकर उनका गुजारा बड़ी मुश्किल से चल रहा था, लेकिन एक दिन गाये ने अचानक से दूध देना बंद कर दिया। तब एक दिन जैक की माँ ने जैक को बुला कर कहा, “जैक हमारी गाये बहुत बूढी हो गयी है और इसने दूध भी देना बंद कर दिया है तुम इसको ले जाकर शहर में बेच दो जिससे हमें कुछ आमदनी हो जायगी, और उससे हम कोई छोटा मोटा व्यापार भी शुरू कर सकते है.” जैक अपनी माँ की बात सुनकर हाँ में सर हिला देता है.
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दूसरे दिन जब जैक गाये को बेचने के लिए घर से निकलने वाला होता है तभी उसकी माँ बोलती है, “जैक, आते जाते समय चोरो और लुटेरों से सावधान रहना, और हाँ एक और बात का ध्यान रखना की कही कोई तुमको बेवकूफ बनाकर गाये कम कीमत में ना ले जाये.”
दूसरे दिन जैक गाय को बेचे के लिए शहर के लिए निकल गया. जब वो एक जंगल से गुजर रहा था तो रास्ते में उसको एक बूढा जादूगर मिला. वो जैक को देखते हो बोला छोटे बच्चे इस गाय को ले कर कहा जा रहे हो? जैक उस बूढ़े जादूगर को बताता है की वो इस गाय को बेचने के लिए शहर लेकर जा रहा है.
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जैक वापस शहर की तरफ जाने लगता है, तभी बूढा जादूगर जैक को रोक कर बोलता है की जैक तुम ये गाय मुझे बेच दो, उसके बदले में मै तुमको एक मुट्ठी जादुई फलियां दूंगा, उन फलियों को तुम जहा भी लगाओगे वहा पर बहुत ऊँचे पेड़ उग जायेंगे, जिनके करिश्मे के बारे में तुमको समय आने पर पता चलेगा, और ये पेड़ तुम्हारी गरीबी दूर कर देगा.
जैक जादूगर की बातो से बहुत प्रभावित हो जाता है, और खुशी ख़ुशी जादूगर से मुट्ठी भर फलियों के बदले अपनी गाय को उसको दे देता है.
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जैक जब अपने घर वापस पंहुचा है, तो उसकी माँ हैरानी से पूछती है की वो इतनी जल्दी कैसे वापस आ गया, और गाय कहा है? जैक ने अपनी माँ को उसको साथ घटी सारी बात बता देता है.
उसकी बात सुनकर जैक की माँ जैक पर बहुत गुस्सा हो जाती है, और दुःख की वजह से रोने लगती है. वो गुस्से में जैक के हाँथो से फलिया लेकर खिड़की के बाहर फेक देती है, और उस रात जैक को खाना भी खाने को नहीं देती है. जैक भूके पेट सो जाता है.
दूसरे दिन सुबह जब जैक की आँख खुलती है तो वो देखता है की उसकी खिड़की के बाहर बहुत ऊँचे ऊँचे पेड़ उग गए है. वो तुरंत समझ जाता है की ये सब उन जादुई फलियों का ही कमाल है.
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वो तुरंत भाग कर उन पेड़ो के पास पहुंच जाता है, और उनको देख कर हैरान रह जाता है, वो पेड़ इतने ऊँचे थे की वो बादलो के ऊपर निकल रहे थे.
उन पेड़ो के पत्ते एक घर के जितने बड़े थे, जैक फटाफट पेड़ पर चढ़ जाता है, और एक पत्ते से दूसरे पत्ते पर कूदते हुए ऊपर चढ़ने लगता है.
जैक रात से ही भूखा था, अब उसको भूख लगने लगी थी. जैक पेड़ पर ऊपर और ऊपर चढ़ता ही जा रहा था, जब वो थक जाता तो किसी पत्ते पर बैठकर आराम लेता और फिर वापस ऊपर चढ़ने लगता.
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जैक की उत्सुकता बढ़ती जा रही थी और वो देखने चाहता था की पेड़ के ऊपर क्या है. कुछ देर के बाद वो बादलो के ऊपर पहुंच गया.
जैसे ही जैक बादलो के ऊपर पहुँचता है उसको एक बहुत बड़ा और सुन्दर महल दिखाई देता है. वो बादलो के ऊपर उतर जाता है और उत्सुकतावश महल की तरफ बढ़ने लगता है.
जैक धीरे धीरे चलते हुए महल के दरवाजे के बाहर पंहुचा, और धीरे से दरवाजे को खटखटाया, और थोड़ी देर बाद एक बहुत विशाल महिला में उस महल का दरवाजा खोला। जैक इतनी विशाल महिला के देखकर डर गया और महिला भी एक इंसान के बच्चे को देखकर हैरान रह गयी.
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जैक डरते डरते महिला से बोलता है, क्या आप मुझे कुछ खाने को दे सकती है? मैंने कल रात से कुछ नहीं खाया है और मै बहुत भूखा हूँ.
वो औरत जो की एक राक्षसी थी, जैक को देखकर बोलती है, “तुम जितनी जल्दी हो सकते यहाँ से भाग जाओ, मेरा पति आने वाला है, और उसको नाश्ते में भुने हुए मनुष्य बहुत पसंद है.” तुम जितनी जल्दी हो सके यहाँ से भाग जाओ.
जैक ने वापस विनम्रतापूर्वक आग्रह किया और बोला, आप मुझे कुछ भी खाने को देदो मै बहुत भूखा हूँ, तुरंत खा कर यहाँ से चला जाऊंगा. उसकी बात सुनकर राक्षसी को दया आ गयी, और वो जैक को अपने साथ महल में ली आयी.
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राक्षसी ने जैक को ब्रेड मक्खन और दूध खाने पीने को दिया, जैक खाने पर ऐसे टूट पड़ा जैसे उसने काफी सालो से खाना नहीं खाया हो, और कुछ ही मिनटो में उसने अपना खाना खत्म कर दिया.
अचानक राक्षसी ने राक्षस को आते हुए देखा और वो बहुत डर गयी, को किसी भी हालत में जैक को उसके हवाले नहीं करना चाहती थी. उसने तुरंत जैक को एक विशाल ओवन के अंदर छुपा दिया. तभी राक्षस महल में प्रवेश करता है. उसको अपने महल में किसी इंसान की गंध महसूस होती है, वो खुश होकर बोलता है आज तो इंसान का भुना हुआ मांस खाने को मिलेगा, और ऐसा कह कर वो ख़ुशी से नाचने लगा.
इतने विशाल राक्षस को देखकर जैक का खून सूख रहा था, और वो ओवन के अंदर डर से कांप रहा था. तभी राक्षसी वहा एक विशाल बर्तन में एक भुना हुआ बकरा ले कर आती है, और राक्षस के सामने ला कर रख देती है, और बोलती है, बेकूफ़ राक्षस! तुम्हे तो हर वक्त इंसान की ही महक आती रहती है, अब तुरंत फटाफट अपना नाश्ता खाओ और सो जाओ.
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राक्षस मेज पर रखे बकरे को खाने के बाद राक्षसी से अपने सोने के सिक्को से भरे थैलो को मंगवाता है, फिर सारे सिक्के गिनने के बाद वो उन थैलो को वही मेज पर छोड़ कर सोने के लिए चला गया.
राक्षस के जाने के बाद जैक तुरंत ओवन से निकला, पता नहीं उसके अंदर इतनी हिम्मत कहा से आ गयी, वो मेज पर चढ़ता है और उन सोने के सिक्को से भरे थैलो में से एक थैला उठा कर महल से बाहर भाग जाता है, और उस ऊँचे पेड़ के सहारे धीरे धीरे नीचे उतर आता है.
जैसे ही जैक अपने घर के बगीचे में पहुँचता है वो अपनी माँ को आवाज़ देता है, माँ माँ देखो मै इस विशाल पेड़ के ऊपर से क्या लेकर आया हूँ! विधवा औरत जो जैक के ना मिलने से बहुत परेशान थी अपने बेटे की आवाज़ सुनकर खुश हो जाती है.
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जैक अपनी माँ को लेकर घर के अंदर आता है, और उसको थैला खोल कर दिखाता है, जैक की माँ इतना सोना देखकर खुश हो जाती है, और अपने बेटे को गले लगते हुए गलती है, “जैक अब हमारी साड़ी गरीबी दूर हो गयी है, अब तुम भी बाकी बच्चो की तरह अच्छे कपडे पहन सकोगे और हम भर पेट खाना खा सकेंगे.”
जैक और उसकी माँ ने अब टूटीफूटी झोपडी की जगह एक सुन्दर और मजबूत घर बनवा लिया और उनके कुछ साल बहुत सुख और शांति से काट गए. एक दिन जैक ने थैले में झांक कर देखा तो उसका वह सिर्फ एक सिक्का दिखाई दिया। जैक समझ जाता है की उसके सारे पैसे खत्म हो गए है और उसको वापस ऊपर जाकर कुछ पैसो का जुगाड़ करना पड़ेगा.
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ये सोचकर जैक दूसरे दिन वापस पेड़ पर चढ़ने लगता है, और कुछ समय के बाद वो वापस महल के बाहर पहुंच गया. उसने धीरे से दरवाजा खटखटाया, और राक्षसी ने दुबारा दरवाज़ा खोला. वो जैक को देखते ही बोली यहाँ से तुरंत भाग जाओ वर्ना मेरा राक्षस पति तुमको तुरंत खा जायगा.
जैक वापस अपनी पुरानी बात दोहराता है, और बोलता है की उसको बहुत भूख लगी है उसको कुछ खाने को देदो. राक्षसी वापस जैक को अंदर ले आती है और उसको ब्रेड और जूस देती है.
जैक जैसे ही अपना खाना खत्म करता है, वैसे ही वो राक्षस को आते हुए देखता है और भाग कर एक पर्दे के पीछे चुप जाता है. राक्षस आते ही बोलता है आज वापस मुझे किसी मनुष्य की खुशबू आ रही है, आज मै भुना हुआ मनुष्य खाऊंगा.
राक्षसी उसको भुनी हुई भेड़ के साथ में १०० रोटी देते हुए बोलती है, की तुमको हमेशा मनुष्य की खुशबू आती है, ये भुनी हुई भेड़ की खुशबू है चुपचाप इसको खा लो.
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राक्षस खाना खाने के बाद राक्षसी से अपनी जादुई मुर्गी मंगवाता है. जैसे ही मुर्गी आती है राक्षस मुर्गी से बोलता है, जादुई मुर्गी मुझे सोने का अंडा दो. और मुर्गी एक सोने का अंडा देती है, फिर राक्षस गरज कर बोलता है, एक से काम नहीं चलेगा! मुझे एक और अंडा चाहिए। मुर्गी डर से कांपते हुए एक और अंडा देती है.
राक्षस मुर्गी को वही छोड़ कर अंडा लेकर चला जाता है, जैक हैरानी से ये सब देख रहा होता है, राक्षस के जाते ही जैक तुरंत मुर्गी को उठा कर भागने लगता है. मुर्गी की आवाज़ सुनकर राक्षस की नींद खुल जाती है और वो वापस आता है.
तभी वो देखता है की जैक मुर्गी को लेकर भाग रहा है, वो जैक के पीछे पीछे भागता है. जैसे ही वो जैक को पकड़ने वाला होता है तभी जैक कूद कर पेड़ पर चढ़ जाता है और जल्दी जल्दी नीचे उतरने लगता है. राक्षस गुस्से से चिल्लाने लगता है उसकी आवाज़ बादलो के गड़गड़ाहट की तरह थी.
जैक बहुत डर जाता है, और वो तेजी से नीचे उतरने लगता है, वही राक्षस अभी तक समझ नहीं पा रहा था की वो जैक के पीछे जाये या ना जाये, क्या ये पेड़ उसका वजन संभाल पाएगा? काफी सोचने के बाद राक्षस भी जैक के पीछे पीछे नीचे उतरने लगता है, जैक ये देखकर और भी डर जाता है, वो और तेजी से नीचे की तरफ उतरने लगता है.
राक्षस के वजन की वजहा से पेड़ काफी तेजी से हिल रहा था, आस पास के लोग पेड़ के पास एकत्र हो गए, उनको समझ नहीं आ रहा की क्या हो रहा है? उनको अचानक जैक तेजी से पेड़ से उतरता दिखाई देता है, और तभी उनकी नज़र जैक का पीछा करते राक्षस पर जाती है. राक्षस को देखकर सब लोग अपनी जान बचाकर भगने लगते है.
तभी जैक अपने बगीचे में पहुंच जाता है, और अपने घर से भाग कर कुल्हाड़ी ले आता है और तेजी से पेड़ को काटने लगता है. राक्षस जैक को पेड़ काटते देखकर समझ जाता है की वो मुसीबत में है, वो जैक से बोलता है, छोटे बच्चे तुम पेड़ मत काटो मई वापस चला जाता हूँ और तुम ये मुर्गी भी रख लो. लेकिन जैक उसकी बात नहीं सुनता है और पेड़ काट देता है. पेड़ काटने की वजह से राक्षस काफी ऊचाई से गिरकर मर जाता है.
सोने का अंडा देने वाली मुर्गी मिलने के बाद जैक को फिर कभी पैसो की दिक्कत नहीं हुई और वो और उसको माँ अपना जीवन हंसी खुशी से बिताने लगते है.
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