सोने का अंडा देने वाली जादुई मुर्गी की कहानी (Golden Egg Story in Hindi)

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Golden Egg Story in Hindi | Podcast

इस कहानी में हम जानेंगे की कैसे एक गरीब किसान एक जादुई मुर्गी की वजह से अमीर बन जाता है, लेकिन जल्दी अमीर बनने के लालच की वजहा से वो वो वापस पहले जैसे ही हो जाता है.

एक समय की बात थी एक गांव में एक बहुत ही गरीब किसान रहा करता था उसके पास अपना खुद का खेत भी नहीं था तो वह उस गांव के सबसे अमीर जमीदार के खेतों में काम करता था लेकिन जमीदार बहुत ही कंजूस किस्म का आदमी था वह अपने यहां काम करने वाले लोगों को भरपेट खाना भी नहीं देता था.

एक दिन किसान थक हार के जब अपने घर आता है तो उसको बड़े जोर की भूख लग रही होती है वह अपनी बीवी को आवाज लगाता है और बोलता है आज खाने में क्या बना है जो कुछ भी है जल्दी ले आओ मुझे बहुत जोरों की भूख लगी है.

किसान की बीवी रोते हुए बोलती है कि घर में अन्न का एक दाना भी नहीं है मैं खाना कैसे बनाती? लगता है आज हमें भूखे ही सोना पड़ेगा। ये बात सुनकर किसान बहुत दुखी हो जाता है, और जोर जोर से रोने लगता है. उस रात दोनों पति पत्नी भूखे पेट ही सो गए.

दूसरे दिन किसान सुबह उठकर तैयार हो जाता है और अपनी बीवी से बोलता है कि आज मैं खेतों में नहीं जाऊंगा जमीदार के यहां काम करने के बाद भी हम भरपेट खाना नहीं खा पाते हैं, अब से मैं जंगल में जाऊंगा और वहां से लकड़ियां काटकर बाजार में बेचूंगा जिससे हमें कुछ पैसे मिल जाएंगे और हम कम से कम भर पेट खाना तो खा सकेंगे।

उसकी बीवी हां में सर हिला देती है, फिर किसान अपने दोस्त से एक कुल्हाड़ी मांग कर जंगल में लकड़ियां काटने चला जाता है. काफी देर ढूंढने के बाद भी उसे कोई सूखा पेड़ नहीं मिलता है जिसे वह काट सके. वो वही एक पेड़ के नीचे बैठकर रोने लगता है. उसका रोना उसी पेड़ के पास में बैठे हुए ऋषि सुन लेते हैं, और उसके पास करके उसके रोने का कारण पूछते हैं, किसान अपने साथ घटी पूरी बातें उनको बता देता है. उसकी बाते सुनकर ऋषि बहुत दुखी होते है, और उसको एक मुर्गी देकर बोलते है की आज से उसकी सारी मुसीबते खत्म हो जाएँगी.

किसान को कुछ समझ में नहीं आता कि ऋषि ने उनको मुर्गी क्यों दी हैं. लेकिन फिर भी वह मुर्गी को घर पर लेकर आ जाता है उसको लगता है कि ऋषि मैं उसको यह मुर्गी खाने के लिए दी है जिससे वह उसकी बीवी अपना पेट भर सके. घर आने के बाद वह सारी बात अपनी बीवी को बताता है और उसको वह मुर्गी भी दिखाता है बीवी बोलती है कि चलो ठीक है मैं मुर्गी को पकाने की तैयारी करती हूं तब तक आप इस मुर्गी को बाहर बांध दो.

किसान वैसा ही करता है और मुर्गी को घर के बाहर बांध देता है, कुछ समय बाद उसकी बीवी बोलती है की जाओ जाकर अब मुर्गी को ले आओ अब हम उसको पका कर खा सकते हैं. किसान मुर्गी को लाने बाहर चला जाता है. अचानक वह जोर से चिल्लाकर अपनी पत्नी को आवाज़ लगता है और बोलता है यहां आओ देखो यह क्या है?

किसान की पत्नी तेजी से बाहर आती है, और देखती है मुर्गी ने एक चमकदार पीले रंग का अंडा दिया है. वह दोनों यह देखकर काफी हैरान हो जाते हैं जब वह अंडा उठाकर देखती है तो काफी भारी होता है. किसान की पत्नी बोलती है की आप इस अंडे को बाजार में जाकर बेचने की कोशिश करो और पता करें क्या चीज है. किसान तुरंत ही बाज़ार जाने के लिए तैयार हो जाता है, और वो अंडा लेकर बाजार में बेचने के लिए निकल जाता है.

किसान अंडा लेकर के एक सब्जी वाले के दुकान पर जाता है, और पूछता है कि क्या वह इस अंडे के बदले में उसको कुछ सब्जियां दे सकता है? तो  सब्जी वाला बोलता है की भाई या अंडा मेरे किसी काम का नहीं है. सब्जी तो तुम्हें पैसे देकर ही खरीदनी पड़ेगी, और ये अंडा भी सड़ा हुआ लगता है मै इसके बदले तुमको सब्जी नहीं दे सकता. 

किसान फिर वापस आगे बढ़ जाता है और एक किराने की दुकान पर पहुंचता है. वहां पर जाकर वह किराने वाले से बोलता है ‘कि क्या वह इस अंडे के बदले में कुछ खाने पीने का सामान दे सकता है”?

किराने वाला भी उसको सब्जी वाले के जैसा ही जवाब देता है, और बोलता है कि वो अंडा किसी और को बेचने की कोशिश करें यह अंडा उसके किसी काम का नहीं है.

उन सब की बातें सुनकर किसान काफी दुखी हो जाता है, और उसको लगता है कि अंडा उसके किसी काम का नहीं है और वह अंडा उठाकर फेकने ही वाला होता है कि तभी कोई उसको बोलता है, “कि भाई यह क्या कर रहे हो मुझे लगता है या अंडा सोने का बना हुआ है तुम उसको किसी सुनार की दुकान पर बेचने की कोशिश करो वहां पर तुमको उसके बहुत अच्छी कीमत मिल जाएगी”।

इंसान की बात सुनकर किसान काफी हैरान हो जाता है, लेकिन अंडे की सच्चई जानने के लिए वह सुनार की दुकान पर जाकर अंडे की कीमत पता करना चाहता है.

किसान एक सुनार की दुकान पर जाता है और जाकर सुनार को अंडा दिखाता है. अंडा देखकर सुनार काफी ज्यादा आश्चर्यचकित हो जाता है और पूछता है तुम्हें यह अंडा कहां से मिला यह तो पूरा सोने का बना हुआ है और उसकी कीमत बहुत ही ज्यादा है. किसान उसको बताता है कि अंडा उसको एक ऋषि ने दिया है.

सुनार किसान को बहुत सारा पैसा देता है और किसान सारा पैसा लेकर अपने घर आ जाता है घर आकर जब वह यह बात अपनी बीवी को बताता है तो वह खुशी से नाचने लगती है अब किसान के पास खाने पीने का बहुत सारा सामान था वह नए नए कपड़े भी ले आया था, अब उसके पास किसी भी चीज़ की कमी नहीं थी.

किसान और उसकी पत्नी ने मुर्गी को मारने का फैसला त्याग दिया और वह लोग बाजार से लाए हुए सामान खाकर सो गए.

दूसरे दिन जब किसान उठा तो देखता है कि मुर्गी ने वापस से एक सोने का अंडा दिया हुआ है. किसान और उसकी बीवी यह देखकर बहुत ज्यादा खुश हो जाते हैं और किसान वापस जाकर वो अंडा सुनार को बेच आता है.

इस तरह से वह किसान कुछ ही दिनों में उस पूरे गांव का सबसे अमीर इंसान बन जाता है, अब उसके पास बहुत बड़ा घर, कई गाड़िया, नौकर चाकर होते है और किसान अब खुद की बहुत सारी जमीनें भी खरीद लेता है।  किसान और उसकी पत्नी बहुत खुशी खुशी अपनी जिंदगी बिता रहे होते हैं.

अब किसान की पत्नी के मन में लालच आने लगता है. एक दिन वो किसान से बोलती है. हम रोज एक अंडा बाजार में बेचने जाते हैं क्या ऐसा हो सकता है कि हम मुर्गी का पेट फाड़ के सारे अंडे एक बार में ही निकाल ले और दुनिया के सबसे अमीर इंसान बन जाए?

किसान अपनी पत्नी को समझाता है, की हमें जितना मिला है हमें उतने में ही खुश रहना चाहिए ज्यादा लालच की वजह से हमारे पास जो है वो भी चला जायगा.

किसान की बात उसकी पत्नी को समझ में नहीं आती है और वह हमेशा सोचती है की मुर्गी के पेट को फाड़ने से उसको एक बार में सारे अंडे मिल जाएंगे।

एक दिन ऐसे ही किसान किसी काम से गांव से बाहर गया हुआ था, किसान की पत्नी ने मौका देख कर के मुर्गी को मार के उसका पेट फाड़ दिया। पेट फाड़ने के बाद वो एकदम हैरान हो गई क्योकि मुर्गी के पेट में कोई भी अंडा नहीं था. तभी किसान वापस आ जाता है और देखता है की उसकी बीवी ने मुर्गी को मार दिया है और अब बैठ कर रो रही है.

किसान देखते ही समझ जाता है कि क्या हुआ होगा, और वह अपनी पत्नी से बोलता है, “कि मैं तुमको बोलता था कि ज्यादा लालच करने से जो होता है उस से भी हाथ धोना पड़ जाता है, लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता अब जो कुछ भी बचा हमें है उसी के साथ जीना पड़ेगा”।

अब किसान की बात उसकी पत्नी को समझ में आ जाती है, और वो भविष्य में कभी लालच ना करने की कसम खा लेती है.

सोने का अंडा देने वाली जादुई मुर्गी की कहानी से क्या शिक्षा मिलती है – हमें कभी भी लालची नहीं होना चाहिए क्योंकि लालच में व्यक्ति खुद को नुकसान पहुंचाता है।

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