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चालाक लोमड़ी और खट्टे अंगूर की कहानी I Chalak lomdi Story in Hindi

  • बच्चो आज हम आपको चालाक लोमड़ी की कहानी (Chalak lomdi Story in Hindi) सुनाने जा रहे है, इसमें एक भूखी लोमड़ी जंगल में भटक रही थी, तभी उसको अंगूरों से लदा पेड़ दिखा, उसके आगे क्या क्या हुआ ये जाने के लिए आप पूरी कहानी नीचे पढ़ सकते है.

वहा पर लाली नाम की एक लोमड़ी भी रहती थी. एक दिन की बात है लाली लोमड़ी भूखी प्यासी शिकार की तलाश में घूम रही थी, दोपहर के समय तक भी जब उसको खाने को कुछ नहीं मिला तो वो बहुत दुखी हो जाती है, और सोचती है की “लगता है आज तो भूखा ही रहना पड़ेगा”

लोमड़ी जब बहुत थक जाती है तो, वो एक पेड़ के नीचे आराम करने बैठ जाती है, थकान की वजहा से उसको नींद आ जाती है, लाली लोमड़ी जब सो कर उठती है तो उसका ध्यान जाता है की जिस पेड़ के नीचे वो सो रही थी, वो अंगूर का पेड़ है, और उसपर अंगूरों के बड़े बड़े गुच्छे लटक रहे थे.

लाली लोमड़ी बहुत खुश हो जाती है, और सोचती है की अब उसको भूखा नहीं रहना पड़ेगा और वो पेट भरकर अंगूर खायगी।

लाली लोमड़ी अंगूरों को तोड़ने के लिए जोर से उछलती है, लेकिन ये क्या? वो तो अंगूरों के पास भी नहीं पहुंच पाती है, वो वापस कोशिश करती है, और फिर वापस, लेकिन वो अंगूर तक नहीं पहुंच पाती.

इतनी उछलकूद करने के बाद लोमड़ी थक जाती है, और सोचती है की जाने दो अंगूर खट्टे है, उसे खाने के लिए कुछ और ढूंढ़ना चाहिए.

ये सारी घटना लाली की एक दोस्त जंगली सूअर देख रहा था, जिसका नाम अकड़ू था. वो लाली को रोकता है और बोलता है की ऐसे हार मत मानो, और वो अपने बाकी दोस्तों को बुला लाता है.

जब ६-७ दोस्त इक्कठ्ठे हो जाते है तो वो सब एक के ऊपर एक खड़े होकर पिरामिड बना लेते है और लाली लोमड़ी उनके ऊपर खड़ी होकर, काफी सारे अंगूर तोड़ लेती है.

अब सब दोस्त मिलकर पेट भरकर अंगूर खाते है और हँसी खुशी-खुशी घर चले जाते है।

लोमड़ी और अंगूर की कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है की हमें हार नहीं माननी चाहिए, और हर मुसीबत का कुछ न कुछ हल जरूर होता है.

दोस्तों आपको  चालाक लोमड़ी ( Chalak lomdi story in hindi) की कहानी कैसी लगी? ऐसी ही मजेदार कहानिया पढ़ने के लिए StoriesPub पर आते रहे, और ये कहानी अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।

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