घमंडी गुलाब की कहानी | Proud Red Rose Story in Hindi

घमंडी गुलाब की कहानी | Proud Red Rose Story in Hindi

घमंडी-गुलाब-की-कहानी
<strong>घमंडी गुलाब की कहानी | Proud Red Rose Story in Hindi<strong>

Proud Red Rose Story in Hindi | Podcast

बच्चो आज हम आपको एक ऐसे घमंडी गुलाब (Proud Red Rose Story in Hindi) की कहानी सुनाने जा रहे है, जिसको सब बहुत प्यार करते थे, लेकिन इसी प्यार की वजह से वो बहुत ज्यादा घमंडी हो गया था, और अपने को बाकी सबसे ज्यादा सुन्दर समझने लगा था. लेकिन एक दिन ऐसा कुछ होता है जिसकी वजहा से गुलाब की जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है. इस मज़ेदार कहानी को नीचे पूरा पढ़े.

एक बार रेगिस्तान में, बहुत सारे पौधे और फूल थे जो एक साथ रहते थे, जैसे कैक्टस, रेगिस्तानी गेंदा, ताड़ के पेड़, रेगिस्तानी सूरजमुखी, और इसी तरह और भी कई सारे पेड़.सारे पेड़ पौधे काफी मिलजुलकर रहते थे, और सभी एक दूसरे के सुख दुःख में एक दूसरे का सहयोग करते थे.

उन सभी को आवश्यकता के अनुसार सूरज की रौशनी, पानी और भरपूर खाद मिल रही थी तो वो सब काफी अच्छी तरह से बढ़ रहे थे. उन्ही सब के बीच में एक छोटा और प्यारा सा गुलाब का पौधा भी पैदा हुआ, उसकी पंखुड़ी सुर्ख लाल रंग की थी, गुलाब का पौधा उन सभी पौधों के बीचे काफी सुन्दर और अलग लगता था.

जैसे-जैसे समय बीतता गया समय के साथ साथ नन्हा गुलाब बड़ा और अधिक सुंदर होता गया, सभी पेड़-पौधे उस सुंदर गुलाब को उसकी सुंदरता की तारीफ़ करते थे और उससे प्यार करते थे, हर पेड़ इतने सुन्दर गुलाब को अपने बीच में पाकर काफी खुश थे, और उसको बचाना चाहते थे जिसकी वजहा से बाकी सारे पेड़ उसको छाया और पानी देते थे ताकि वो और बड़ा और खूबसूरत बन जाये.

बाकी पेड़ो से इतना प्यार मिलने की वजहा से गुलाब अपने आपको सबसे बड़ा समझने लगा था, उसको लगता था की वो सारे पेड़ो का राजा बन गया है. वो बहुत ही ज्यादा घमंडी हो गया था और अपने अगल बगल वाले कैक्टस के पौधों को बिलकुल भी पसंद नहीं करता था. वो हर समय उनका अपमान किया करता था और उनका मज़ाक भी उडाता रहता था.

ऐसे ही एक दिन उसने अपने अगल बगल वाले कैक्टस से कहा, तुम अपने को देखो और मुझे देखो, तुम कितने भद्दे और बेढंगे हो? तुम्हारे कांटे कितने अजीब है, तुम्हारे फूलो से तो महक भी नहीं आती है.

वही मेरा शरीर कितना पतला और लचीला है, मेरे कांटे भी तुमसे अच्छे है, और मेरे फूल का क्या कहना वो तो दुनिया में सबसे खूबसूरत और महकदार है. बाकी आस पास के पेड़ो ने गुलाब को रोकने की बहुत कोशिस की लेकिन वो बोलता ही रहा. कैक्टस उसकी बाते सुनकर मुस्कुराने लगी लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं बोला.

इतना सब होने के बाद भी, दोनों कैक्टस उस गुलाब को हर दिन पानी और छाया देते हैं, लेकिन गुलाब के बर्ताव में कुछ भी बदलाव नहीं आता है. एक दिन उस रेगिस्तान में बहुत भयंकर तूफ़ान आता है, सारे पेड़ बुरी तरह से हिलने लगते है, वो दोनों कैक्टस गुलाब को कस कर पकड़ लेते है और जब कुछ समय के बाद तूफ़ान खत्म होता है तो वो देखते है की सिर्फ वही गुलाब और दोनों कैक्टस ही जिन्दा बचे है, और बाकी सारे पेड़ आंधी की वजह से या तो टूट गए थे या गिर गए थे. ये देखकर उनको बहुत दुःख होता है, लेकिन वो कुछ कर भी तो नहीं सकते थे.

जल्द ही, बसंत का मौसम बीत गया और गर्मी का मौसम आ गया, गर्म मौसम के कारण उस रेगिस्तान में पानी लगभग समाप्त हो गया था और गर्म हवा चल रही थी, उन सभी कारणों से लाल गुलाब का जीवन कठिन हो गया था. जो गुलाब एक समय में सबसे ज्यादा सुन्दर दिखता था वो अब लगभग मुरझा गया था.

दोनों कैक्टस फिर भी उसको छाया देने की कोशिश करते थे लेकिन अपने घमंड के कारण गुलाब उन दोनों से मदद लेने तो तैयार नहीं था।

ऐसे ही एक दिन पानी की कमी और गर्म हवा के कारण लाल गुलाब लगभग मरने की कागार पर पहुंच गया. तभी दोनों कैक्टस में उसको अपने तने में से निकाल कर पानी दिया और उसको अपनी छाया में ले लिया।

अब रोज कैक्टस लाल गुलाब को पानी और छाया देते थे, उनकी देखभाल की वजहा से लाल गुलाब का जीवन वापस सामान्य हो गया, लाल गुलाब को कैक्टस के साथ किये गए अपने दुर्वयवहार का अहसास हो गया था, वो बहुत ही ज्यादा शर्मिंदा था और उसने दोनों कैक्टस से अपने किये की माफ़ी भी मांगी।

दोनों कैक्टस गुलाब के अंदर इतना बड़ा बदलाव देखकर बहुत खुश हुई, और उन्होंने गुलाब को माफ़ कर दिया. कुछ समय के बाद वापस बसंत ऋतू आई और गुलाब और कैक्टस के आस पास वापस काफी सारे पेड़ पौधे उगने लगे अब सब कुछ पहले की तरह अच्छा हो गया था। लाल गुलाब अब छोटे पौधों को अपनी और कैक्टस की कहानी सुनाता और सबको यही समझाता था की हमें अपने रूप के ऊपर घमंड नहीं करना चाहिए.

घमंडी लाल गुलाब (Proud Red Rose Story in Hindi) कहानी से क्या शिक्षा मिलती है – बच्चों लाल गुलाब कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि जब आप लालची और अभिमानी हो जाते हैं, तब आप अपनी आत्म-पहचान खो देते हैं, चाहे आप सबसे सुंदर या बुद्धिमान हों, कोई भी आपका सम्मान नहीं करेगा। लेकिन अगर आपके पास शीतलता और शांति है तो हर कोई काँटेदार कैक्टस की तरह आपका सम्मान करेगा।

दोस्तों, आपको ये “घमंडी लाल गुलाब” (Proud Red Rose Story in Hindi) कैसी लगी? आप अपने जवाव comments के द्वारा हमें अवश्य बतायें. “Imaadar Lakadhara Story In Hindi” / “Imaandar Lakadhara Ki kahani” पसंद आने पर Like और Share करें. ऐसी ही और  stories पढ़ने के लिए storiespub को bookmark कर लें.

1. Hindi Stories

2. Panchatantra stories

3. Moral Stories

4. Bed Time Stories

5. How to Draw

6. Scary stories for kids

7. Mythological Stories

8. Arabiam Nights Stories