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व्यापारी का उदय और पतन | Panchatantra Stories in Hindi

व्यापारी का उदय और पतन | Panchatantra Stories in Hindi व्यापारी का उदय और पतन (PODCAST) एक समय की बात है एक नगर में एक बहुत ही कुशल व्यापारी रहता था। वहा के राजा को उसकी योग्यता के बारे में पता था, और इसलिए उसने उसे अपने राज्य का प्रबंधक नियुक्त कर दिया। उसके कुशल प्रबंधन में राज्य की प्रजा काफी खुश थी, जिसकी वजहा से राजा भी बहुत खुश रहता था। ये भी पढ़े मूर्ख साधू और महाठग कुछ दिनों के बाद उस व्यापारी ने अपनी लड़की की विवाह दूसरे नगर के एक बहुत बड़े सेठ के लड़के के साथ तय किया। इस खुशी के मौके पर उसने एक बहुत बड़े भोज और जलसे का आयोजन किया। अपनी लड़की की शादी में व्यपारी ने राज परिवार से लेकर सभी प्रजा जन, सभी को आमंत्रित किया। ये भी पढ़े सियार और ढोल व्यापारी के आमंत्रण पर राजघराने का एक सेवक,

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मूर्ख-साधू-और-महाठग

मूर्ख साधू और महाठग | Murkh Sadhu aur Thag | Hindi Story

मूर्ख साधू और महाठग | Murkh Sadhu aur Thag | Hindi Story एक समय की बात है, एक गांव के मंदिर में एक साधू रहते थे। गाँव में सभी लोग उनका काफी सम्मान करते थे। गांव में सभी उस साधु को दान में तरह तरह के वस्त्र, उपहार, खाद्य सामग्री और पैसे देते थे। उन उपहारों को बेचकर साधू ने काफी धन जमा कर लिया था। ये भी पढ़े चींटी और टिड्डा वो साधू काफी लालची था और कभी किसी पर भी विश्वास नहीं करता था, उसको हमेशा अपने धन की चिंता रहती था की कही कोई उसको चुरा ना ले। वह हमेशा अपने धन को एक पोटली में बांध कर रखता था और उसे हमेशा अपने साथ लेकर ही चलता था। ये भी पढ़े जादुई घोड़े की कहानी उसी गाँव में एक महाठग भी रहता था। बहुत दिनों से उसकी निगाह साधू के धन पर थी, और वो उसको

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सियार-और-ढोल

सियार और ढोल | Jackal and Drum story in Hindi

सियार और ढोल | Jackal and Drum story in Hindi एक समय की बात है एक बार एक जंगल के पास दो सेनाओ के बीच घोर युद्ध हुआ। जिसमे एक सेना जीत गयी और दूसरी हार गयी। युद्ध खत्म होने  के बाद सेनाएं अपने नगरों को लौट गई। बस, सेना का एक ढोल पीछे रह गया। उस ढोल को बजा-बजाकर सैनिक रात को अपने सैनिको का मनोबल बढ़ाने के लिए वीरता की कहानियां सुनाते और नाचते गाते थे। एक दिन जंगल में जोर से हवा चले लगी और आंधी आ गयी। तेज आंधी की वजहा से वो ढोल लुढकता-पुढकता एक सूखे पेड के पास जाकर टिक गया। उस पेड की सूखी टहनियां ढोल से इस तरह से लिपट गई थी कि तेज हवा चलते पर वो बार बार ढोल से टकरा जाती थी और ढोल से आवाज़ आने लगती थी। एक दिन एक सियार जंगल में घूमते घूमते उस पेड़

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Bevkoof-Bandar

बेवकूफ बन्दर | Bevkoof Bandar ki kahani

बेवकूफ बन्दर | Bevkoof Bandar ki kahani बहुत समय पहले एक दूर जगह पर गोलू और भोलू नाम के दो बंदर रहते थे। दोनों अपने आप को बहुत बुद्धिमान समझते थे और अपनी बुद्धि पर बहुत गर्व करते थे। एक दिन वे कहीं जा रहे थे कि उन्होंने एक कुआं देखा। उन्होंने अंदर झाँका तो देखा कि एक मगरमच्छ कुएँ में गिर गया है। गोलू ने कहा, “वह संकट में होगा; हमें उसे बचाना चाहिए।” भोलू ने यह भी कहा, “एक निर्दोष प्राणी कुएं में गिर गया है; हमें तुरंत उसकी मदद करनी चाहिए।” लेकिन मुझे समझ में नहीं आता कि वह कुएं में कैसे गिर गया। गोलू ने जवाब दिया, “वह गलती से गिर गया होगा।” अब हमें उसे बचाने का कोई उपाय सोचना चाहिए। ऐसे में गोलू और भोलू उसे बचाने का उपाय सोचने लगे। तभी गोलू के मन में यह विचार आया कि वे लकड़ी का एक

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जादुई घोड़े की कहानी (Magic Horse Story in Hindi)

जादुई घोड़े की कहानी (Magic Horse Story in Hindi) बहुत समय पहले की बात है एक बार भारत का एक युवक अपने जादुई घोड़े पर सवार होकर पूरी दुनिया का चक्कर लगा रहा था। घूमते घूमते वो फारस पहुंच गया, वहा पर उसने फारस के सुल्तान का खूबसूरत महल दिखा। उस युवक ने अपना जादुई घोडा सुल्तान के महल के ऊपर उतर दिया। फारस के सुल्तान को साहसिक व्यक्ति बहुत पसंद थे और वो हमेशा अनोखी चीजों को पसंद करता था। सुल्तान उस सुन्दर युवक और उसके जादुई उड़ने वाले  घोड़े को देखकर चकित रह गया। उसने युवक से पुछा “ऐ नौजवान, तुम कहाँ से आए हो?” “मैं भारत से हूँ,” युवक ने गर्व से उत्तर दिया। “क्या आप मुझे यह घोड़ा बेचना चाहेंगे?” सुल्तान से फिर पूछा। “हाँ, लेकिन सिर्फ एक शर्त पर की आप राजकुमारी की शादी मुझसे करेंगे,” युवक ने कहा। सुल्तान शादी के लिए तुरंत सहमत

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ईर्ष्यालु पड़ोसी की कहानी: Jealous Neighbor Story in Hindi

ईर्ष्यालु पड़ोसी की कहानी: Jealous Neighbor Story in Hindi एक बार की बात है, कलीम और फहीम नाम के दो पड़ोसी एक साथ रहते थे। कलीम काफी अमीर था जबकि फहीम को अपनी जीविका कमाने के लिए संघर्ष करना पड़ता था। इससे फहीम को अपने पड़ोसी से जलन होने लगी। वह अक्सर आहें भरता था और अपने आप से कहता था, “कलीम का इस तरह रहना कितना अच्छा है!”। उसकी ईर्ष्या धीरे-धीरे घृणा में बदल गई और उसने कलीम के खिलाफ साजिश रचनी शुरू कर दी। दिन भर फहीम सोचता रहता था कि वह कलीम को कैसे नुकसान पहुंचा सकता है। कलीम एक बुद्धिमान व्यक्ति था। उसने महसूस किया की फहीम उसकी समृद्धि से खुश नहीं था. उसने सोचा “बेहतर होगा कि मैं किसी और जगह चला जाऊं। मैं अपने पड़ोसी के दुख का कारण क्यों बनूं?” अत: वह उस स्थान को छोड़कर दूर देश में चला गया। उस देश

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एहसान-फरामोश-राजा-की-कहानी

एहसान फरामोश राजा की कहानी

एहसान फरामोश राजा की कहानी एक समय की बात है, रोम नाम नाम का एक समृद्ध और सुंदर राज्य था। युनान नाम का एक राजा वहां शासन करता था। यूनान कोढ़ से पीड़ित था और हमेशा इस बीमारी की वजह से दुखी रहता था। राजा ने अपना इलाज कई सारे वैद्यों और विद्वान पुरुषों से करवाया, लेकिन वे उसे ठीक नहीं कर पाए. समय बीतने के साथ राजा की हालत बिगड़ती जा रही थी। उन्ही दिनों बुदीन नाम के एक ऋषि ने राज्य में आये हुए थे वो लोगो को उपदेश तो देते ही थे, उसके साथ वो लोगो को बीमारियों से भी मुक्ति दिलवाते थे। ऐसी मान्यता थी कि वह एक बहुत प्रतिभाशाली चिकित्सक थे। जैसे ही उसने राजा युनान की बीमारी के बारे में सुना, उसने जल्द से जल्द उससे मिलने का फैसला किया। अगले दिन, ऋषि बुदीन ने महल की यात्रा की और राजा की जांच की।

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बैल-और-गधा

बैल और गधा

बैल और गधा की कहानी बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक किसान रहता था। उसके पास एक बैल और एक गधा था। किसान बैल से खेतो में जुताई करवाता और बाकी खेती से जुड़े कामो में भी मदद लेता था। फसल तैयार होने के बाद, गधे को फसल को अपनी पीठ पर लादकर बाजार में बेचने के लिए ले जाना पड़ता था। किसान को एक बार एक ऋषि ने वरदान दिया था कि वह जानवरों की भाषा समझने में सक्षम होगा। एक दिन बैल और गधा घर के पिछवाड़े में चारा खा रहे थे। तभी किसान वहां से गुजरा। उसने गधे को कर्कश स्वर में बैल से बात करते सुना। इसलिए, वह एक पेड़ के पीछे छिप गया और उनकी बातचीत सुनने लगा। गधा बैल से कहता है, “बैल भाई, तुम बहुत मेहनत करते हो, तुम्हें देखकर मुझे बहुत बुरा लगता है।” मेरी तरफ देखो! थोड़ा

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चींटी-और-टिड्डा

चींटी और टिड्डा | The Ant and The Grasshopper Story in Hindi

चींटी और टिड्डा | The Ant and The Grasshopper Story in Hindi सबसे अधिक पड़े जाने वाले पोस्ट। 5 Panchatantra stories in hindi ❘ 5 बेहतरीन पंचतंत्र की कहानियां घमंडी हाँथी और चींटी की कहानी मैकडॉनल्ड कर्मचारी और दानव एक समय की बात है, एक घास के मैदान में एक आलसी और कामचोर टिड्डा रहता था, वो दिन भर इधर उधर भटकता, नाचता, और गाता घूमता रहता था. उस टिड्डे को काम करना बिलकुल भी पसंद नहीं था, वही दूसरी तरफ कुछ दूर पर चीटियों की बाम्बी थी, वहा रहने वाली चीटियां बहुत मेहनती थी, और पास के खेतो में जाकर उनको जो कुछ भी मिलता था लेकर आती थी, और पूरे दिन इसी तरह वो लगातार काम करती रहती थी. एक दिन जब वो टिड्डा पेड़ के नीचे बैठा गाना गा रहा था, तभी उसने उन मेहनती चीटियों को अपनी पीठ पर भारी भारी आनाज के दाने ले जाते हुए देखा,

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एकता-में-शक्ति

एकता में शक्ति: United We Stand Divided We Fall Story in Hindi

एकता में शक्ति: United We Stand Divided We Fall Story in Hindi सबसे अधिक पड़े जाने वाले पोस्ट। 5 Panchatantra stories in hindi ❘ 5 बेहतरीन पंचतंत्र की कहानियां घमंडी हाँथी और चींटी की कहानी मैकडॉनल्ड कर्मचारी और दानव किसी समय की बात है, एक घने जंगल में 4 बैल रहते थे. वो उस जंगल में कैसे पहुंचे ये तो उनको पता नहीं था, लेकिन जब से उन्होंने होश संभाला था वो चारो साथ साथ ही रहते थे. वे चारो बहुत घने मित्र थे, और हमेशा साथ साथ ही रहे थे, साथ साथ ही घुमते थे, और साथ साथ ही ही खाते थे. जंगल के किसी भी जानवर की उनके ऊपर आक्रमण करने की हिम्मत नहीं होती थी, और अगर कभी भी किसी भी जानवर ने ऐसा करने की कोशिश की भी तो चारो ने मिलकर उसकी बुरी दुर्गति बना दी. यहाँ तक की जंगल के राजा शेर भी उनके ऊपर हमला

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जैसे-को-तैसा

जैसे को तैसा

जैसे को तैसा (Jaise Ko Taisa) | Tit for Tat Story in Hindi सबसे अधिक पड़े जाने वाले पोस्ट। 5 Panchatantra stories in hindi ❘ 5 बेहतरीन पंचतंत्र की कहानियां घमंडी हाँथी और चींटी की कहानी मैकडॉनल्ड कर्मचारी और दानव एक समय की बात है, एक गांव जिसका नाम किशनपुर था वहा २ दोस्त रहते थे. जिसमे से एक का नाम हरिया था जो की पेशे से एक किसान था, और दूसरा का नाम सोनालाल था जो की पेशे से एक सुनार था. वैसे तो दोनों के बीच बहुत गहरी दोस्ती थी लेकिन दोनों की सोच और बर्ताव में बहुत अंतर था. जहां हरिया मेहनत करता था, और जो मिल जाये उससे संतुष्ट रहता था, वो अपनी कमाई का कुछ पैसा दान करता कुछ परिवार के ऊपर खर्च करता और जो बच जाये उसको संभल कर रख लेता था ताकि भविष्य में उसे किसी के सामने हाँथ ना फैलाना पड़े वही सोनाराम

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Parishram-Ka-Mahatv

अलटू पलटू और परिश्रम का महत्व | Parishram Ka Mahatv

अलटू पलटू और परिश्रम का महत्व | Parishram Ka Mahatv परिश्रम का महत्व कहानी का सारांश – ये कहानी तीन खरगोशो की है, जिसमे से एक खरगोश को चोरी करने की गन्दी आदत होती है, वही दूसरे को शर्त लगाकर सबको ठगने की गन्दी आदत होती है, लेकिन तीसरा खरगोश मेहनती होता है और हमेशा मेहनत से काम करके अपना जीवन जीता है, एक दिन तीसरे खरगोश में उन दो को खरगोशो को सबक सीखने और सही रह पर लाने की ठान ली. तो क्या वो उन दोनों बदमाश खरगोशो को परिश्रम का महत्व समझा पाया, जाने के लिए नीचे दी गयी कहानी को पूरा पढ़े. सबसे अधिक पड़े जाने वाले पोस्ट। 5 Panchatantra stories in hindi ❘ 5 बेहतरीन पंचतंत्र की कहानियां घमंडी हाँथी और चींटी की कहानी मैकडॉनल्ड कर्मचारी और दानव प्रेरक कहानी: परिश्रम का महत्व  Inspirational Story in Hindi चं दन वन के दक्षिणी भाग में खरगोशों ने पूरा

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