Summarize this Article with:

कौआ और कोयल की अनोखी मित्रता

बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल में एक पुराना बरगद का पेड़ था। इस पेड़ पर काला कौआ रहता था जिसका नाम था काकू। काकू बहुत ही दयालु और मददगार था, लेकिन उसकी आवाज़ बहुत कर्कश थी।

उसी जंगल में एक सुंदर कोयल भी रहती थी जिसका नाम था कोकिला। कोकिला की आवाज़ बहुत ही मधुर और सुरीली थी। जब वह गाती थी तो सारे जंगल के जानवर उसका गाना सुनने के लिए इकट्ठे हो जाते थे।

एक दिन काकू ने देखा कि कोकिला बहुत उदास बैठी है। वह उसके पास गया और कांव-कांव करते हुए पूछा, “कोकिला बहन, तुम इतनी उदास क्यों हो?”

कोकिला ने आंसू भरी आंखों से कहा, “काकू भाई, कल मेरा गाने का मुकाबला है। सभी पक्षी कह रहे हैं कि मैं जीत जाऊंगी, लेकिन मुझे बहुत डर लग रहा है। अगर मैं हार गई तो सबके सामने बहुत शर्मिंदगी होगी।”

काकू ने समझदारी से कहा, “चिंता मत करो कोकिला। मैं तुम्हारी मदद करूंगा। हम रोज़ अभ्यास करेंगे।”

अगले दिन से कौआ और कोयल रोज़ सुबह-शाम मिलकर अभ्यास करने लगे। काकू अपनी कर्कश आवाज़ में ताल देता और कोकिला मधुर स्वर में गाती। धीरे-धीरे कोकिला का आत्मविश्वास बढ़ने लगा।

मुकाबले का दिन आ गया। जंगल के सभी पक्षी इकट्ठे हुए। मोर, तोता, बुलबुल और कई अन्य पक्षी भाग लेने वाले थे। जब कोकिला की बारी आई तो वह घबरा गई।

तभी काकू ने उसे हिम्मत दी, “डरो मत कोकिला, तुम बहुत अच्छा गा सकती हो। मैं यहीं हूं तुम्हारे साथ।”

कोकिला ने गाना शुरू किया। उसकी मधुर आवाज़ सुनकर सभी पक्षी मंत्रमुग्ध हो गए। उसका गाना इतना सुंदर था कि जंगल के सभी जानवर भी सुनने आ गए।

जब परिणाम की घोषणा हुई तो कोकिला प्रथम स्थान पर आई। सभी ने उसकी तारीफ़ की। लेकिन कोकिला ने कहा, “यह जीत केवल मेरी नहीं है। मेरे मित्र काकू ने मेरी बहुत मदद की है। उसके बिना मैं यह जीत नहीं सकती थी।”

सभी पक्षियों ने कौआ और कोयल की मित्रता की सराहना की। काकू खुशी से बोला, “मित्रता में कोई छोटा-बड़ा नहीं होता। हम सब अलग-अलग गुण रखते हैं और एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं।”

उस दिन के बाद कौआ और कोयल की मित्रता और भी गहरी हो गई। वे हमेशा एक-दूसरे का साथ देते और जंगल के अन्य जानवरों की भी मदद करते।

नैतिक शिक्षा: सच्ची मित्रता में कोई भेदभाव नहीं होता। अलग-अलग गुण रखने वाले मित्र भी एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं। मित्र की सफलता में खुशी मनाना और मुश्किल समय में साथ देना ही सच्ची मित्रता है।

Summarize this Article with:

About Me

Welcome to StoriesPub.com We started in 2019 with a simple idea to provide our readers with useful and interesting information. Our team is dedicated to curating a wide range of captivating content in different categories, including inspirational stories, funny tales, Parenting, Kids’ products, Educational AI content, Tech content, coloring books, how to draw, and more.