Hatim-tai-aur-jaadui-bagecha

एक समय की बात है, अंतहीन रेगिस्तानों और प्राचीन रहस्यों से भरी भूमि अरब की भूमि में हातिम ताई नामक एक बहादुर और दयालु हृदय वाला व्यक्ति रहता था जो की अपने साहस और दूसरो की मदद करने के लिए प्रसिद्ध था, इसी कड़ी में हातिम ने एक ऐसी यात्रा की शुरुआत की जो उसे एक अविस्मरणीय साहसिक मंजिल तक ले जाएगी।

एक दिन हातिम ने रेगिस्तान की गहराई में छिपे एक जादुई बगीचे की कहानियां सुनीं। कहा जाता था कि इस बगीचे का सौंदर्य अद्भुत था, दुर्लभ फूलों और फलों से भरा हुआ, लेकिन इस पर एक श्राप भी था। जो कोई भी व्यक्ति बगीचे में प्रवेश करने की कोशिश करता, वह हमेशा के लिए इसमें खो जाता और एक अदृश्य शक्ति द्वारा कैद कर लिया जाता।

उस बगीचे तो देखने की जिज्ञासा और और उस पुराने श्राप को तोड़ने की इच्छा से प्रेरित होकर, हातिम ने इस रहस्यमय बगीचे को ढूंढने का निश्चय किया। वह कई दिनों तक रेगिस्तान की यात्रा करता रहा, तारों और स्थानीय लोगों की कहानियों द्वारा मार्गदर्शन पाते हुए। अंत में, लंबी और थकान भरी यात्रा के बाद, उसने बगीचे को खोज निकाला।

हातिम ने बगीचे के खूबसूरती की जितनी कल्पना की थी वो उससे कहीं अधिक सुंदर था। हर रंग के फूल बहुतायत में खिले हुए थे, और हवा उनकी मीठी खुशबू से भरी हुई थी। हरे भरे पेड़ो पर हीरे जवाहरात की तरह चमकते फल लटके हुए थे। लेकिन जैसे ही वह करीब पंहुचा, एक अदृश्य बाधा ने उसे रोक दिया। हातिम को एहसास हुआ कि यह वही श्राप था जिसके बारे में उसने सुना था।

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स्थानीय लोगों की कहानियों से उसे समझ में आ चुका था की बगीचे में प्रवेश करने के लिए उसे एक पहेली हल करनी पड़ेगी। पहेली कुछ ऐसी थी: “वह क्या चीज है जो जीवन देती है लेकिन खुद जीवित नहीं रह सकती?” हातिम ने गहराई से सोचा और उत्तर दिया पानी। जैसे ही उसने यह शब्द बोला, बाधा गायब हो गई, और वह बगीचे में प्रवेश कर कर गया।

बगीचे के अंदर, हातिम ने एक अकेले बूढ़े आदमी को पाया उससे बात करके पता चला की वह उस बगीचे का रक्षक था और बहुत पहले, उसने लालची आक्रमणकारियों से बगीचे के खजानों की रक्षा करने के लिए जादू का उपयोग किया था। लेकिन समय के साथ, उस बूढ़े व्यक्ति को एहसास हुआ कि उसके जादू ने बगीचे को उसके लिए भी एक कारागार में बदल दिया था।

हातिम ने बूढ़े आदमी की कहानी सुनी और उसके प्रति सहानुभूति प्रकट की और सुझाव दिया कि बजाय बगीचे को छिपाए रखने के, वे इसकी सुंदरता को दुनिया के सामने ले कर आये। अगर लोग इस बगीचे का सम्मान और संरक्षण करने का वादा करे तो वे आसपास के गांव से लोगों को बगीचे का दौरा करने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं। जिसकी वजह से लोगो में भी इस बगीचे को लेकर जागरूकता आएगी और वो इस बगीचे की रक्षा करेंगे.

बूढ़े रक्षक को हातिम बात बहुत अच्छी लगी फिर उन्होंने मिलकर श्राप को हटा दिया। जल्द ही लोगो के बीच जादुई बगीचे की खबर फैल गई, और दूर-दूर से लोग इसकी ख़ूबसूरती देखने आने लगे। सभी आने वाले बगीचे की सुंदरता से मोहित हो गए, और उन्होंने इसकी रक्षा करने का वचन लिया।

हातिम ताई की जादुई बगीचे की यात्रा एक किंवदंती बन गई। यह साहस, बुद्धिमत्ता, और सुंदरता को दुनिया के साथ साझा करने की भी कहानी थी। और हातिम हमेशा की तरह नई रहस्यों को सुलझाने की तलाश में एक नए यात्रा पर निकल गया।

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